बेटा मेरी आवाज़ हो तुम,
बेटा मेरी आवाज़ हो तुम
पल में खुश तो कभी पल
में नाराज़ हो तुम,
जब देखता हूं तुमको
तो मुझे बचपन अपना
दिखाई देता है,
ख्वाइशों से भरा हुआ ये
मेरा जीवन अंगड़ाइयां
लेने लगता है,
चेहरे पर तुम्हारे हमेशा
शरारतो से भरी मुस्कान
अच्छी लगती है,
सुकुन भरी नींद तो तुम्हे
बस अपनी मां के आंचल
में ही मिलती है,
बुरा नहीं हूं मैं बस
उज्जवल भविष्य
तुम्हारा चाहता हूं,
इसलिए सामने तुम्हारे
अच्छी अच्छी बातों को
दोहराता हूं,
बेटा हमारी आवाज़ हो तुम
क्यूंकि हमारी ज़िंदगी में
सबसे ख़ास हो तुम....
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