ज़रे-ज़रे की कर्ज़दार है ज़िंदगी

ज़रे-ज़रे की कर्ज़दार है ज़िंदगी, 
तेरे इश्क़ की तलबगार है ज़िंदगी,
टूटे ख़्वाबों की सौग़ात है ज़िंदगी,
हर सहर एक नई तलाश है ज़िंदगी।

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