पंख,

हौंसलो को पंख लगा कर ख्वाइशों के आसमां में उड़ता ही रहा, क्यूंकि अक्सर हकीक़त ए जमीं पर ज़िंदगी को रोज़ लड़ते झगड़ते देखा मैंने...

Comments

Popular posts from this blog

Life without friends is like

I'm one step away,

If I were a river....