मेरी ज़िंदगी,

मेरी सुकून ए ज़िंदगी की एक बेहद खुशनुमा आस हो तुम
खुदा ने जिसको लिखा ही नहीं क़िस्मत में मेरी वो एक अधूरा काश हो तुम!!

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