वक्त तफ़्तीश Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps April 11, 2022 वक्त तफ़्तीश के बहाने मेरे दिल के ख़ाली पन्नों को पलटने लगता है,आहिस्ता आहिस्ता मुझको मेरीयादों से अलग थलग करने लगता है,जानें क्यूं ढूंढता है मेरी दिल की जमींपर निशां उनके भला क्या कोई सुबहका अधूरा सपना ज़ुबानी यादरखता है... Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps Comments
If i were to think of one thing, October 08, 2021 If i were to think of one thing i like about myself it'd be my confidence which taught me never to give up in life. Read more
ज़रे-ज़रे की कर्ज़दार है ज़िंदगी August 24, 2025 ज़रे-ज़रे की कर्ज़दार है ज़िंदगी, तेरे इश्क़ की तलबगार है ज़िंदगी, टूटे ख़्वाबों की सौग़ात है ज़िंदगी, हर सहर एक नई तलाश है ज़िंदगी। Read more
ख़ामोश पलकों, January 02, 2024 ख़ामोश पलकों से बेहताशा मुस्कुराता है वो छलकती आँखों से दर्द कभी बयां नहीं होता Read more
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