कई मर्तबा टूटकर,

कई मर्तबा टूटकर बिखरते हुए देखा है मैंने खुदको ए खुदा
जब्भी किसी को दिल चाहा मैंने वो शख्स ही बदल गया अपनी ख्वाइशो की तरह...

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