मुश्किल, Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps April 13, 2022 कब्तक तुम्हारी हसीन यादों के सहारे जीयूं मैं ओ हमनवा दिलबर मेरे, कभी कभी बहुत मुश्किल हो जाता है मेरे लिए अपनी सांसों के साथ तुम्हारी मोहोब्बत को सींच पाना... Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps Comments
अजीब सिलसिला, January 12, 2024 अजीब सिलसिला है दरमियां हमारे ए अजनबी शिकायतें भी बहुत है और बेइंतेहा मोहब्बत भी। Read more
इतना भी न, January 03, 2024 इतना भी न रूठो तुम हमसे ए हमसफर, हर लम्हा हमें पराया सा लगने लगता है। Read more
किस-किस, January 12, 2024 किस-किस से छुपाए तुम्हें हम ए हमसफर मेरी आंखों से रूह तक बस तुम ही तुम हो... Read more
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