खामोशियां तेरी,

खामोशियां तेरी बैचेन करने लगी है मुझको ए ज़िंदगी,
भूल चुका हूं खुदको कभी तो मेरी पहचान से मुझको 
रूबरू करा ए ज़िंदगी, इस दुनियां में तेरे सिवा मेरा कौन है 
ज़रा पास आकर कभी तो मुस्कुरा दे ए ज़िंदगी....

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