ख्वाइशे बहुत है बाकी Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps February 25, 2022 ख्वाइशे बहुत है बाकी ज़िंदगी में मेरी ए दोस्तडर तो बस मुझको ज़िंदगी का सताता है अक्सरक्यूंकि ज़िंदगी वक्त के साथ गुजरती जो जा रही है... Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps Comments
अजीब सिलसिला, January 12, 2024 अजीब सिलसिला है दरमियां हमारे ए अजनबी शिकायतें भी बहुत है और बेइंतेहा मोहब्बत भी। Read more
किस-किस, January 12, 2024 किस-किस से छुपाए तुम्हें हम ए हमसफर मेरी आंखों से रूह तक बस तुम ही तुम हो... Read more
इतना भी न, January 03, 2024 इतना भी न रूठो तुम हमसे ए हमसफर, हर लम्हा हमें पराया सा लगने लगता है। Read more
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