मन का सूरज चमकता रहे,
मन का सूरज चमकता रहे
ज़िंदगी में तुम्हारी हमेशा मुस्कान
बनकर दमकता रहे,
दूर दूर तक ना हो दुखों का ठिकाना
हाथ पकड़कर तुम्हारा तुम्हारे साथ
यूंही चलता रहे,
चारों ओर मिले तुम्हे खुशियां
तुम्हारी ज़िंदगी के साथ साथ
तुम्हारा मन महकता रहे,
बनकर उम्मीद का दीपक
हमेशा जेहन में तुम्हारे सूरज
की तरह देहेकता रहे,
हिफाज़त से रखना इसको सदा
खुदा करे नूर बनकर तुम्हारे चेहरे
से सूरज के तेज सा टपकता रहे....
Comments
Post a Comment