रूह के रिश्ते,
रूह के रिश्ते,
निभाने आसां नही होते खुशी में एक दूसरे की हमेशा साथ होते है जिनकी आंखों में मौजूद हमेशा कुछ अधूरे ख़्वाब होते है न चाह के मिल नही सकते एक दूसरे से पर कहने को उनके मन में बहुत से जज़्बात होते है पल पल करके गुजरती है ज़िंदगी एक दूसरे के इंतज़ार में पर वो वक्त के मोहताज़ नही होते फासले छोटे लगने लगते है क्योंकि रूह के रिश्ते नज़दीकियों के मोहताज नहीं होते...
Comments
Post a Comment