जितनी साँसें हमें मिली हैं
जितनी साँसें हमें मिली हैं उनमें अपनी सभी ख्वाइशों को समेट पाना मुश्किल है। कम तो नहीं हैं वक्त फिरभी कर्ज़ ज़िंदगी का उतार पाना मुश्किल है। रहमत खुदा की बरसती है और बरसती रहेगी हर इंसा पर इंसा के दिल की प्यास बुझाना बहुत मुश्किल है...
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