मैं वही बदलाव हूं,

मैं वही बदलाव हूं,
जिसकी कल्पना हर भारत वासी करता है,
मैं बदलाव हूं जिसको अपनाने से हर बुरा आदमी डरता हैं, मैं भारत हूं जिसने न कभी काले गोरे का भेद किया,
में लहर हूं बदलाव की साथ अपने पूरा हिंदुस्तान लेकर चलता हूं, मैं वही बदलाव हूं जो बच्चा अपनी कक्षा में पढ़ता है, देखता हूं बेबसी अपने अपने इस बदलाव की को सत्ता की ताक़त से डरता है।

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