ज़िम्मेदारी है हमारी,

ज़िम्मेदारी है हमारी
हर शख्स को बचाने में भागीदारी है हमारी,
दिन हो या रात हम पीछे नही हटेंगे हर इंसान
को बचाना हर हाल में ज़िम्मेदारी है हमारी,
अपने कर्तव्य का पालन करते आए हैं और
सदा ही करते रहेंगे देंगे साथ एक दूसरे का,
फर्ज़ है हमारा कायम रखना इंसानियत को 
सोच में हमारी करेंगे कोशिश पूरी जान अपनी,
लगाकर दाव पर बचा लेंगे हर ज़िंदगी को चाहे
जान क्यूं ना चली जाए हमारी रखेंगे याद हर उस
बलिदान को जिसने बचाई ज़िंदगी बहुत सारी,
बदलना होगा हमें खुद को क्योंकि हम ख़ुद अपनी ज़िम्मेदारी हैं....

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