हवा से बात करते हम,

हवा से बात करते हम,
बादलों के बीच ठिकाना हमारा,

रखते है नजर हर परिंदे पर,
उड़ते उड़ते आसमान में,

लेकर जान हथेली पर,
सरहद की रक्षा करते है,

सीना चीर के गगन का,
जब सामने हम आते हैं,

कांपता है आसमान भी,
हमारी आने की आहट से.....

Comments

Popular posts from this blog

Life without friends is like

I'm one step away,

If I were a river....