हवा से बात करते हम, Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps October 10, 2021 हवा से बात करते हम,बादलों के बीच ठिकाना हमारा,रखते है नजर हर परिंदे पर,उड़ते उड़ते आसमान में,लेकर जान हथेली पर,सरहद की रक्षा करते है,सीना चीर के गगन का,जब सामने हम आते हैं,कांपता है आसमान भी,हमारी आने की आहट से..... Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps Comments
अजीब सिलसिला, January 12, 2024 अजीब सिलसिला है दरमियां हमारे ए अजनबी शिकायतें भी बहुत है और बेइंतेहा मोहब्बत भी। Read more
इतना भी न, January 03, 2024 इतना भी न रूठो तुम हमसे ए हमसफर, हर लम्हा हमें पराया सा लगने लगता है। Read more
किस-किस, January 12, 2024 किस-किस से छुपाए तुम्हें हम ए हमसफर मेरी आंखों से रूह तक बस तुम ही तुम हो... Read more
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