सुबह अधूरी है जब तक,
सुबह अधूरी है जब तक,
साथ उसके आफताब न हो तुम्हारा,
अधूरी है जब तक सामने न हो,
मुस्कुराता हुआ चेहरा तुम्हारा,
चाय का प्याला भी अधूरा लगता है,
जब तक उसमे तुम्हारे होंटो की मिठास न हो,
हर सुबह अधूरी सी लगती है,
जब तक साथ न हो तुम्हारा......
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