तुमको अगर जाना ही था,

तुमको अगर जाना ही था,
तो मकसद क्या था तुम्हारा,
लौट आने का जिंदगी में मेरी,
रह गई थी क्या कोई कसर,
मुझे रुलाने में या देखना था,
कैसे जी रहा हूं यादों,
के साथ तुम्हारी,
कोशिश तो बहुत की,
भूल जाने की तुम्हे,
पर कमबख्त दिल ने,
मेरी बात न मानी.....

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