थम जाता है हर तूफ़ान,
थम जाता है हर तूफ़ान जब उसको मेरा बुलंद हौंसला दिखता है, मुझको आता देख हवा का रुख साथ मेरे बहने लगता है, बढ़ता हूं जब निरंतर आगे वक्त भी कुछ सहमा सहमा सा लगता है, टल जाती है सारी बलाएं भी जब उनको आंखों मेरी कुछ कर दिखाने का सपना दिखता है,
जब अंदर से जागता है इंसान, तो वक्त भी बदला बदला
सा लगता है।
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