दिल के किसी कोने में,
दिल के किसी कोने में,
एक अंजान आवाज़ आती है मेरे कानों में शायद कोई शख्स दस्तक दिल पर मेरे दे रहा है बड़ी मुश्किलों से संभाला है खुद को अब टूट कर बिखरने हिम्मत बची नही मुझमें दिल कोने कोने में ढूंढा मैंने उस शख्स को
लगता है अभी भी दिल की एक अंजान दुनिया
की खिड़की खुली है, और वो शख्स वहां से मेरे
ख्यालों में आया जाया करता है...
Comments
Post a Comment