आसमाँ से पूछना था,

राज़ खूबसूरती का कहां से लाता है इतने तारे
जो खूबसूरत उसे बनाते है रोशन करके आसमाँ को
उसमे चार चांद लगाते है बिखरे रहते है मोतियों जैसे पूरे आसमाँ में टीम टीमाकर चांद को बहुत चिड़ाते हैं
रोशन कर आसमाँ को रोशनी से अपनी रात को बड़ा मन 
मोहोक और हसीन बनाते है देखकर इतने सुंदर आसमाँ
को आश्चर्य में हम पड़ जाते है।

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