ये रात जैसे समेटे हुए

ये रात जैसे ख्वाबों से भरी आती है सपने आपके लेकर सुहाने, साथ अपने चांद की रोशनी लाती है, ये रात समेटे हुए है कई राज खुद में, मिला वक्त अगर तो कोशिश करेंगे पर्दा उठने की, रात को रोशन करते है अनगिनत सितारे, जिससे रोशन हो उठता है सारी धरती और सारा आकाश है, अगर साथ हो तुम्हारा तो जाने क्या बात हो इस रात में, ये रात जैसे ख्वाबों से भरी....

Comments

Popular posts from this blog