ज़रा सी बात थी वो
ज़रा सी बात थी वो उन्होंने मुझे निकल दिया, ज़िंदगी से अपनी,बातों में आकर गैरो की, विशवास न किया बातो का मेरी,मेरे कई जत्तनो के बाद भी, खामोश रहे वो मेरी मौजूदगी में भी, न जिक्र उन्होंने एक बार किया,
छोड़ दिया उन्होंने मेरा साथ, ज़रा सी बात थी वो.....
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