बहुत दिन हो गए....
बहुत दिन हो गए,
तुमसे मुलाक़ात हुए, वो हवा के झरोकों का तुम्हारी जुल्फों को संवारना देखे हुए, तारो भरी चांदनी रात में गुफ्तगू किए हुए साहिल किनारे बैठ कर, बहुत दिन हो गए तुम्हे निहारे हुए प्यार भरी नज़रों से, वो कातिल आदाओं से मुझे कायल किए हुए, बहुत दिन हो गए तुम्हारी प्यारी सी मुस्कान देखे हुए, करनी है बहुत सी बातें तुमसे बहुत दिन हो गए मिले हुए तुमसे....
Comments
Post a Comment