वो रास्ते अच्छे नहीं लगते

चलकर जिसपर हसीन वादियों का 
नजारा न मिले, जहां रास्ते किनारे 
कोई गुलशन न हो, क्या फायदा उस रास्ते 
पर चलकर जिसपर बढ़ने पर मंज़िल 
न मिले, गुमराह हो जाते हैं लोग, अकसर 
अनजान रास्ते पर चलकर, रखना 
खुद पर यकीन कदम बढ़ाते रहना, 
चलते जाना ही ज़िंदगी का दूसरा 
नाम है...

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