वो मुझसे अपनी,

वो मुझसे अपनी खुशियों का पता पूछते हैं
आते जाते हर अजनबी से अपने दरदे दिल 
की दवा पूछते हैं, कभी वो शख़्स ख्वाइश था 
मेरी ज़िंदगी की अब ना जानें क्यूं वो मेरे दिल
में कभी अपना बीता हुआ कल तो कभी बदला 
हुआ आज ढूंढते हैं...

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