जब मैं तुझे भूलने
जब मैं तुझे भूलने
की कोशिश करता हूं,
तेरी यादें मुझसे
सवाल हज़ार करती हैं,
जब नहीं मिलते जवाब
उन्हें सवालों के अपने,
तो भीतर ही भीतर
बहुत बवाल करती है,
खो जाता हूं अंजामस
में अपनी चूंकि तेरी यादें
मुझे बेकरार करती है,
कैसे जाऊं दूर तुझसे
और तेरी यादों से,
क्यूंकि तेरी यादें हर
जगह हर पल बस मेरा
ही इंतज़ार करती है।
Comments
Post a Comment