अब से नहीं होगा,

अब से नहीं होगा,
ऐतबार मुझे किसी शख्स पर दोबारा
लोग भरोसा सा जीत कर पीठ पीछे से 
वार करने लगें हैं और खुदको दुनियां की 
नज़रों में मेरा हमदर्द दिखाते है।

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