रेतीली दिल की ज़मीं,
रेतीली दिल की ज़मीं
पर उनके कदमों के निशा मौजूद आज भी हैं,
चले तो गए वो ज़िंदगी से पर उनकी हसीन यादों की,
छाप चमकीली दिल की ज़मीं पर आज भी हैं,
नमी सी मेहसूस होती है रेतीली ज़मीं पर दिल की,
कहानी उनके अश्कों की कुछ तो बयां करती होगी,
पैर भी जख्मी किए होंगे उन्होंने अपने दूर जाते जाते,
ज़िंदगी से मेरी दास्तां उनके सफ़र की सुनानी अभी,
अधूरी होगी ठुकरा कर मेरी मोहोब्बत को कमी,
उनको भी मेरी खलती होगी, मेरी रेतीली दिल की ज़मीं,
को उनका इंतज़ार आज भी है....
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