जब मेरे पास शब्दों की कमी होती है,

जब मेरे पास शब्दों की कमी होती है, तो बेजुबान हो जाता है अस्तित्व मेरा, ढूंढता फिरता है शब्दों को यहां वहां से गुजरता हुआ इस आस में के शायद मिल जाए। जब पूछता हूं किसी से पता अपने शब्दों का तो बताता है ठिकाना उनका जहन मेरा, शायद कुछ खफा हैं वो मुझसे जो अक्सर करते नही अपनी बातों में एक दफा भी जिक्र मेरा......

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