तुम्हारा साथ मिल जाता

तुम्हारा साथ मिल जाता
अगर मुझे हमदम मेरे तो सफ़र ज़िंदगी का मेरी सुहाना
होता, मिल जाती अगर मोहोब्बत तुम्हारी तो मैं तुम्हारा दीवाना होता, भर देता तुम्हारे दिल में इतनी मोहोब्बत अपनी के तुम्हारी बेवजह मुस्कुराने की वजह आज मैं होता।

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