मोहोब्बत में तुम्हारी हम,

मोहोब्बत में तुम्हारी हम,
प्यासे के प्यासे ही रह गए,
ज़रा कुछ सीखो बादलों से,
बरस पड़ता है जब उसका,
दिल करता है धरती की,
प्यास बुझाने के लिए......

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